पंकज भारती, इंदौर
देश में एक से बढ़कर एक क्रिकेट खिलाड़ी हुए हैं, पर जैसा जज्बा वीरेंद्र सहवाग ने दिखाया वह काबिले तारीफ है। हाल की उनकी ३१९ रनों की आतिशी पारी उनक ी बड़ी पारियां खेलने की क्षमता ही दर्शाती है। यह सच है कि पहले सहवाग को टेस्ट मैचों की जगह एकदिनी का ही बेहतरीन खिलाड़ी माना जाता था, पर उनके टेस्ट के पचास से ऊपर के औसत और दो-दो तिहरे शतकों को देखते हुए अब यह कोई भी नहीं कह सकता कि सहवाग केवल एक दिवसीय मैचों के उपयोगी खिलाड़ी हैं। गौरतलब बात यह है कि उन्होंने हालिया तिहरा शतक ऐसे समय लगाया है जब उनके टीम में चयन को लेकर परस्पर विरोधी बातें की जा रही थीं। इस प्रदर्शन से सहवाग ने अपने विरोधियों को मुंहतोड़ जवाब दिया है, जो उन्हें चुका हुआ खिलाड़ी बता रहे थे। सहवाग का फॉर्म में वापस आना देश की क्रिकेट टीम के लिए जहां एक खुशखबरी है, वहीं विपक्षी टीमों के लिए खौफ जगाने वाली बात है।
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